गर्भावस्था के लक्षण

गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण क्या है?

गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षणहर,एक परिवार को पहली संतान आने का इंतज़ार हमेशा बेसब्री से रहता है | एक बच्चे के आने से परिवार में उत्साह और खुशी की नई लहर आति है | ऐसे में जो भी पति पत्नी पहली बार संतान प्राप्ति का प्रयास कर रहे है, उनके लिए यह समय नए अनुभव का होता है |

 

गर्भावस्था के लक्षण

गर्भवती महिला का अनुभव बहुत ही अनोखा होता है, इस अनुभव को आप एक मीठी याद बना कर जीवन भर अपने साथ रखेंगे। शुरुआती दिनों में, आपका शरीर अक्सर कुछ सूक्ष्म संकेत देने लगता है कि कुछ महत्वपूर्ण हो रहा है। हालांकि हर महिला का अनुभव अलग हो सकता है, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जो गर्भावस्था के शुरुआती चरणों का संकेत दे सकते हैं और आज हम इन ही लक्षणों के बारे में गहराई से बात करेंगे |

 

गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण क्या है ?

कई ऐसे गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण होते है जो की हर एक गर्भावस्था महिला को दिखाई देते है और वह लक्षण कुछ इस प्रकार के होते है

 

मासिक धर्म का न आना

 आमतौर पर मासिक धर्म का न आना एक स्पष्ट संकेत होता है जो कई महिलाओं को प्रेगनेंसी टेस्ट लेने के लिए प्रेरित करता है। विशेष रूप से नियमित मासिक धर्म चक्र वाली महिलाओं के लिए पीरियड न आना एक साफ़ संकेत होता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि कुछ महिलाओं को उनके अपेक्षित पीरियड के समय हल्का रक्तस्राव या स्पॉटिंग जैसी समस्या आ सकती है जिसको मासिक धर्म समझ कर भ्रमित नहीं होना चाहिए |

 

अधिक थकान होना

गर्भावस्था के शुरुआत में असामान्य रूप से थकावट या थकान महसूस होना आम बात है। इस दौरान हार्मोनल परिवर्तन होता है जैसे की प्रोजेस्टेरोन के स्तर में वृद्धि जिसकी वजह से शरीर में थकावट महसूस हो सकती है । साधारण कार्य अचानक अधिक चुनौतीपूर्ण लग सकते हैं, और कई महिलाओं को सामान्य से अधिक आराम की आवश्यकता महसूस होने लगे तो यह गर्भावस्था का प्रारंभिक लक्षण होता है |

 

अधिक बाथरूम जाना

 यह संकेत मासिक धर्म बंद होने से भी पहले दिखाई देता है जिसमे अगर महिला को बार-बार बाथरूम जाना पढता है तो ये भी एक गर्भावस्था का संकेत होता है | शरीर में अधिक खून बनने लगता है जिसकी वजह से किडनी को ज्यादा खून साफ़ करना पड़ता है जो की ज़्यादा पेशाब का कारन बनता है |

 

उल्टी का आना 

मतली, अक्सर उल्टी के साथ आना यह एक शुरुआती गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण है, जिसे आमतौर पर मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है। यह सबसे प्रसिद्ध और चर्चित गर्भावस्था का लक्षण है | दिन या रात के किसी भी समय उलटी या मतली का आना हो सकता है। हालांकि मॉर्निंग सिकनेस के सही कारण को पूरी तरह से नहीं समझा गया है, लेकिन माना जाता है की यह हार्मोन में बदलाव की वजह से होता है | इस समय आपको शरीर में पानी की कमी नहीं होनी देनी चाहिए वरना आपको दिक्कत हो सकती है |

 

शरीर में सूजन या कोमलता आना 

गर्भधारण प्राप्त होने के तुरंत बाद, हार्मोनल परिवर्तन स्तनों को प्रभावित करना शुरू कर देते हैं जिसकी वजह से कोमल, दर्दनाक या भारी महसूस कर सकते हैं। एरियोला के आस पास का रंग गहरा हो सकता है और वे अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। सूजन या अचानक कोमलता आना या शरीर में बदलाव महसूस होना एक अहम गर्भावस्था का प्रारंभिक लक्षण होता है |

यह वह लक्षण हैं जो की लगभग हर उस महिला को दिखाई या महसूस होते है जिसकी संतान आने वाली है, हालांकि इन प्रारंभिक लक्षण के बाद कुछ विशेष लक्षण है जिसका ध्यान रखना चाहिए ताकि अगर आप अपने आप को इस परिस्थिति में पाए तो आपको इसके बारे में पता हो |

गर्भावस्था केअन्य कई लक्षण

यह कुछ सामान्य लक्षण लेकिन जरूरी संकेत है, गर्भावस्था का पता लगाने के लिए –

 

स्पॉटिंग या ब्लीडिंग का होना 

स्पॉटिंग जिको इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग भी कहा जाता है इसके बारे में सही जानकारी होना बहोत जरुरी है क्योंकि कई बार महिलाये इससे मासिक धर्म समझ लेती है | इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान खून का बहाना या धब्बा पढ़ सकता है लकिन ये मासिक धर्म से अलग ही होता है | इसके दिखने का मतलब है की भ्रूण अपनी जगह नहीं ले पाया है और अब गर्भावस्था भी नहीं रही |

 

खानपान में बदलाव 

गर्भावस्था के शुरुआत में अक्सर भूख और स्वाद की पसंद में बदलाव आ सकते है। हो सकता है की कुछ महिलाओं को पहले पसंद किए जाने वाले कुछ खाने की चीजों में अचानक से अरुचि हो, जबकि अन्य विशिष्ट खाद्य पदार्थों के लिए तीव्र लालसा का अनुभव हो सकता है। ये परिवर्तन हार्मोनल उतार-चढ़ाव और महक के प्रति बढ़ी हुई संवेदनशीलता से प्रभावित हो सकते हैं।

 

कब्ज और सूजन

गर्भावस्था की वजह से पाचन पर भी असर पढ़ सकता है, जिससे कुछ गर्भवती महिलाओं में कब्ज और सूजन आ सकती है। गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव आते है जिसमे से एक होता है प्रीनेटल विटामिन का आना जिसके अंदर आयरन होता है और इसकी वजह से भी कब्ज़ की समस्या हो जाती है हलाकि यह विटामिन जरुरी होता है स्वस्थ गर्भधारणा के लिए |

 

मूड या शरीर में बदलाव का आना 

कुछ महिलाओं को गर्भावस्था की शुरुआत में चक्कर आना या सिर घूमना महसूस होता है, खासकर जब वोह अचानक से कोई काम करे या बिस्तर से उठे | शारीरिक बदलाव के साथ साथ कई अन्य तरह के मानसिक बदलाव का सामना भी एक गर्भवती को करना पड़ता है |

हो सकता है ऊपर बताए गए सारे लक्षण हर एक महिला को न दिखे इसका मतलब यह नहीं होगा की आप गर्भवती नहीं है | अगर आपको कुछ लक्षण दिखाई दे रहे है तो आपको तुरंत किसी डॉक्टर से सलाह लेकर प्रेगनेंसी टेस्ट करा लेना चाहिए |

 

गर्भावस्था के दिखने के बाद क्या करे?

अगर आपको थोड़े बहोत भी गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको तुरंत घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए ताकि आपको सही जानकारी हो |

 

यह एक नाज़ुक समय होता है जिसमे महिला और उसके आने वाले बच्चे का विशेष ध्यान रखना चाहिए | आपको अपने स्वास्थ के लिये सहलाकर से भी सलाह ले लेनी चाहिए | परामर्श करना एक स्वस्थ गर्भावस्था यात्रा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। शुरुआती पता लगाना और उचित प्रसवपूर्व देखभाल माता और भ्रूण दोनों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है |

 

इस ब्लॉग की समीक्षा डॉ रीता बक्शी ने की है जो ( Risaa IVF ) की चेयर पर्सन है जिनको  40 वर्षों से (IVF  Treatment) (IUI Treatment) (ICSI Treatment) जैसी  बीमारियों के चिकित्सा का अनुभव रखती है

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