भ्रूण स्थानांतरण(Embryo transfer)

भ्रूण स्थानांतरण क्या है और इसके बाद 7 दिन में क्या लक्षण होते हैं?

भ्रूण स्थानांतरण किसी भी  माता-पिता बनने के सफर में बहुत महत्वपूर्ण कदम होता है। इसमें परिवार में उम्मीद, खुशी और कभी-कभी घबराहट भी रहती है। इस वक्त शरीर में होने वाला हर छोटा बदलाव एक संकेत लग सकता है, जिससे कई सवाल और विश्लेषण उठ खड़े होते हैं। भ्रूण स्थानांतरण के सात दिन बाद का समय एक निर्णायक मोड़ होता है, जहां कई महिलाओं को अपने शरीर में बदलाव दिखाई देने लगते हैं

 

लेकिन भ्रूण स्थानांतरण के बाद के लक्षण और संकेत जानने से पहले आपको इसकी प्रक्रिया क्या होती है उसके बारे में जान लेना चाहिए ताकि अपना और अपने होने वाला बच्चा का ध्यान रख पाए | 

भ्रूण स्थानांतरण की प्रक्रिया 

 

भ्रूण स्थानांतरण जिसको एम्ब्रियो ट्रांसफर(Embryo Transfer) भी कहते हैं | यह एक सहायक प्रजनन तकनीक (एआरटी) का  महत्वपूर्ण चरण है, खासकर इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) या अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (IUI) सहायक प्रजनन तकनीकों में|

 

इसकी प्रक्रिया कुछ इस तरह की होती है | 

 

  • भ्रूण का बनना एम्ब्रियो ट्रांसफर करने से पहले निषेचन के माध्यम से भ्रूण का निर्माण किया जाता है यह आईवीएफ के जरिए हो सकता है, इस प्रक्रिया में अंडाशय से अंडे निकाले जाते हैं और उसको लेबोरेटरी में शुक्राणुओं के साथ मिलाया  (निषेचन किया) जाता है। इसके कुछ ही समय बाद भ्रूण बन जाता है और उसे कुछ दिन के लिए पोषित किया जाता है | 

 

  • चयन जब भ्रूण सही तरह पोषित हो जाता है तो भ्रूण को 3-4 दिन तक  पोषित किया जाता है, तब कुछ दिन बाद विशेषज्ञ बने हुए भ्रूणों में से एक स्वस्थ और सही भ्रूण का चयन करता है| उसके बाद ही भ्रूण स्थानांतरण किया जाता है | 

 

  • भ्रूण स्थानांतरण यह प्रक्रिया काफी आसान और दर्दरहित होती है और इसके लिए आमतौर पर एनेस्थीसिया या बेहोश करने की जरूरत नहीं पड़ती | सबसे पहले जांच के लिए योनि में एक स्पेकुलम डाला जाता है ताकि सर्विक्स को देखा जा सके। इसके बाद, एक पतली ट्यूब के जरिए भ्रूण को गर्भाशय में सावधानी से रखा जाता है।

अगर यह प्रक्रिया सही से हुई है और भ्रूण सही तरह से गर्भ में गया है तो प्रेगनेंसी आने में कम से कम 7 दिन से ले कर 15 दिन लग सकते हैं|हर एक कपल को भ्रूण स्थानांतरण के बाद उसकी सफलता जानने की बेसब्री से इंतज़ार रहता है इसलिए हम इसके सफल होने के क्या लक्षण होते हैं उस पर बात करेंगे | 

भ्रूण स्थानांतरण के बाद 

 

इस बात को ध्यान रखना जरुरी है की भ्रूण को गर्भाशय में रखने के कुछ दिन बाद तक कोई संकेत नहीं आते |भ्रूण को अपनी नई जगह में पनपने में समय लगता है इसलिए भ्रूण स्थानांतरण के 7 दिन बाद ही आप किसी तरह के लक्षण देखेंगे 

भ्रूण स्थानांतरण के 7 दिन बाद के लक्षण

हल्का रक्त आना 

कुछ महिलाओं को भ्रूण स्थानांतरण के करीब सात दिन बाद हल्का धब्बा या हल्का रक्तस्राव हो सकता है। जब गर्भाशय की परत में भ्रूण स्थापित होता है तो उसकी वजह से हल्का खून आ सकता है जिसे  (Implantation Bleeding)कहा जाता है। लेकिन अगर खून ज्यादा है तो यह चिंताजनक हो सकता है| परन्तु यह याद रखना जरूरी है कि हर तरह का स्पॉटिंग असफल स्थानांतरण का संकेत नहीं होता है।

 

शरीर या पेट में दर्द

अगर भ्रूण सही तरह से अपनी जगह ले रहा है तो शरीर या पेट में दर्द या ऐंठन जैसे दिक्कत आना आम बात है लेकिन अगर ये दर्द या ऐंठन सामान्य से बहुत अधिक हो रहा है तो आपको सचेत हो जाना चाहिए | सामान्य दर्द एक शुभ संकेत हो सकता है लेकिन अगर ये दर्द अधिक हो तो आपको अपने स्वास्थ्य सलाहकार को बताना चाहिए | 

 

थकावट

अगर भ्रूण स्थानांतरण हो गया है तो थकावट आना एक अच्छा लक्षण होता है | जब भ्रूण गर्भाशय में पनपता है तो उसे माँ की ऊर्जा लगती है इसलिए अगर आपको बिना कुछ भी करे भ्रूण स्थानांतरण के बाद थकावट होने लगे तो यह आपके लिए शुभ संकेत है और आपको ज्यादा आराम लेना चाहिए |  

 

मूड में बदलाव

इस समय हार्मोन में बदलाव होते हैं जो की मनोदशा को भी प्रभावित कर सकते हैं|जिससे चिड़चिड़ापन, घबराहट या अधिक खुशी जैसी भावनाएं कम या ज्यादा हो सकती हैं। प्रजनन का सफर महिला के लिए एक भावनात्मक उतार-चढ़ाव वाला रास्ता होता है, जो उसके मिजाजों को और बढ़ा सकता है। इसलिए महिला को इसके बारे में सही जानकारी होना जरूरी है  

 

अधिक पेशाब आना 

 कुछ महिलाओं को भ्रूण स्थानांतरण के करीब सात दिन बाद पेशाब आने की मात्रा में वृद्धि का अनुभव हो सकता है। इसलिए आपको पानी की कमी नहीं होनी देनी चाहिए | यह हार्मोनल बदलाव या श्रोणि क्षेत्र में रक्त प्रवाह बढ़ने के कारण हो सकता है, लेकिन बार-बार पेशाब आना इस प्रक्रिया का एक सामान्य हिस्सा है और इसमें चिंता की बात नहीं है।

 

भ्रूण स्थानांतरण का कोई लक्षण न दिखना

 

यह एक महत्वपूर्ण बात है जिसका ध्यान रखना जरूरी है कि भ्रूण स्थानांतरण के सात दिन बाद अगर किसी भी तरह का लक्षण नहीं दिख रहा हो तो इसका मतलब यह नहीं होता की भ्रूण स्थानांतरण असफल हो गया है । हर महिला के शरीर की रोपण प्रक्रिया अलग होती है और वह उस तरह से प्रतिक्रिया करता है|

कुछ महिलाओं को हो सकता है शुरुआती चरण के दौरान कोई खास बदलाव नजर ना आए। ऐसे समय में उन्हें  धैर्य रखने की जरूरत है और लक्षणों के न होने पर चिंताग्रस्त होने की जरुरत नहीं है ।

 

भ्रूण स्थानांतरण कुछ  दिन के बाद क्या असफल हो सकता है ? 

 

हाँ ! ऐसा होना बिल्कुल संभव है की भ्रूण को गर्भाशय में रखने के बाद वह ख़राब हो जाये और बह कर बाहर  निकल जाये ,ऐसे में यह प्रक्रिया असफल हो जाती है | यह भी संभव है की 7 दिन बाद लक्षण दिखाई देने के बाद भी कुछ दिनों के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण बंद हो जाये | 

अगर ऐसा कुछ होता है तो आपको अपने डॉक्टर को दिखा कर जांच करा लेनी चाहिए | साथ ही अगर ये असफल हो जाती है तो यह महिला को मानसिक चोट पहुंचा सकती है इसलिए इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए |

 

Note: अगर आपको गर्भावस्था के दौरान कोई भी असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत अपने डॉक्टर से या फिर डॉ रीता बक्शी  Gynecologists’ in Delhi से संपर्क कर सकते है ।

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