बांझपन

बांझपन (Infertility) के कारण और समाधान के बारे में विस्तृत जानकारी

बांझपन क्या है , यह एक शब्द जिसमें भावनाओं की गहराई और जटिलताएं छिपी हैं, दुनिया भर में लाखों महिलाएं इस समस्या से प्रभावित होती है | किसी भी परिवार में बांझपन के कारण निराशा का माहौल हो जाता है | हालांकि अगर सही तरह से देखभाल कि जाए तो इस समस्या से बचा भी जा सकता है | इसलिए आज हम इसी समस्या को समझेंगे ताकि जितना हो सके इससे अपना बचाव कर सके |

बांझपन क्या है?

अगर किसी महिला की उम्र 35 से ज्यादा है और एक वर्ष तक नियमित रूप से सुरक्षा विधि के बिना प्रजनन के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पा रही है तो फिर उसको बांझपन कहा जाता है | हालांकि अगर महिला की उम्र 35 से कम है और शादी के 6 महीने के बाद भी सामान्य तरीके से गर्भधारण नहीं कर पा रही तो वह भी बांझपन होता है. महिलाओं के लिए, बांझपन एक गहरी व्यक्तिगत चुनौती है, जो अनिश्चितता और निराशा से भरी होती है लेकिन ऐसे हमेशा नहीं होता की बांझपन सिर्फ महिला में ही हो यह पुरुषों में भी पाया जाता है लेकिन इसको जानने से पहले यह जानना होगा कि बांझपन के कितने प्रकार होते है |

बांझपन कितने तरह की होती हैं?

बांझपन का कोई प्रकार निश्चित नहीं होते लेकिन समस्या की गंभीरता के अनुसार इसको 3 चरणों में रखा गया है 

 

 1 प्राथमिक बांझपन:

इस चरण में अगर सामान्य तरह से प्रजनन के एक वर्ष या फिर अगर 35 वर्ष या अधिक है और शादी के ६ माह के अंदर बच्चा न हो तो वह प्राथमिक बांझपन है |

 

2 द्वितीयक बांझपन:

अगर कोई महिला कम से कम एक बच्चे को जन्म दे चुकी है और उसके बाद दोबारा गर्भवती नहीं हो सकतीं तो वह दूसरा चरण होता है |

 

3 अस्पष्टीकृत बांझपन:

कुछ ऐसे भी मामले होते है जिसमे किसी तरह बांझपन का कारण नहीं लग पाता है | हर तरह के प्रजनन परीक्षण के बाद भी असमर्थता का करण नहीं पता लगे तो उसे अस्पष्टीकृत बांझपन समझा जाता है |

 

पुरुषों में बांझपन-

बांझपन की समस्या किसी की इंसान को आ सकती है | अगर कोई पुरुष के शुक्राणु की संख्या या गुड़वक्ता इतनी नहीं बची की गर्भधरण हो जाये तो वह भी बांझपन होता है | कई डॉक्टर्स के अनुसार ऐसे अनेक सामाजिक कारण होते है जिसकी वजह से समय से साथ पुरष और महिलाओ दोनों में बांझपन से जुडी समस्या आ जाती है|

 

ज्यादातर शरीर में कमियों या बीमारियों की वजह से बांझपन की समस्या आती है, हो सकता है कुछ कारण महिला और पुरुष में अलग हो लेकिन अधिकतर मामले में दोनों के बांझपन का कारण एक जैसे ही होते है |

बांझपन के कारण –

 

बांझपन ज्यादातर शरीर में कमियों या बीमारियों की वजह से आती है, हो सकता है कुछ कारण महिला और पुरुष में अलग हो लेकिन अधिकतर मामले में दोनों के बांझपन का कारण एक जैसे ही होते है | 

 

शराब का सेवन 

दुनिया भर में किये गए कई प्रयोग बताते है की शराब का अधिक इस्तेमाल करने से प्रजनन की छमता को कम करती है शराब में पाए जाने वाले जहरीले पदार्थ न केवल लिवर पर असर डालते है बल्कि वह कई और अंग पर भी दुष्प्रभाव डालते है |

 

बजन से जुड़ी समस्या 

शरीर में अधिक वजन से हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म चक्र और पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता कम हो सकती है। मोटापे का संबंध महिलाओं में पीसीओएस  (PCOS) (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी जैसी स्थितियों के कारण बांझपन की उच्च दर से होता है | इसके अलावा कम वजन भी ओव्यूलेशन और शुक्राणु उत्पादन के लिए आवश्यक हार्मोन उत्पादन को बाधित करके प्रजनन क्षमता को खराब कर सकता है |

 

उम्र का असर 

पुरुषों और महिलाओं दोनों को अलग-अलग तरीके से उम्र प्रभावित करती है। महिलाओं के लिए, अंडों की संख्या और गुणवत्ता दोनों में धीरे-धीरे कमी के कारण 35 साल की उम्र के बाद प्रजनन छमता में काफी गिरावट आती है | लकिन पुरुषों के लिए महिलाओं की तुलना में प्रजनन क्षमता में उम्र से संबंधित गिरावट कम होती है, माना जाता है की करीब 40 की उम्र के बाद पुरुषो में शुक्राणु संख्या और गुड़वक्ता दोनों ही कम होने लगती है |

 

जेनेटिक्स कारण  

महिलाओं में जेनेटिक कारणों की वजह से पीसीओएस, पीओआई और एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्या हो सकती है और ये सभी ओव्यूलेशन और प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। पुरुषों में इनकी वजह शुक्राणु उत्पादन, गुणवत्ता और गतिशीलता को प्रभावित कर सकते हैं, हालांकि की यह समस्या पारिवारिक है तो इसका इलाज संभव नहीं है |

 

खराब दिनचर्या 

यह एक ऐसा कारण है जिसकी वजह से धीरे धीरे शरीर में कई तरह के रोग बन जाते है जो की प्रजनन के ऊपर भी असर करते है | गलत खान पान रखना, धूम्रपान करना, या अधिक मानसिक तनाव रखने की वजह से शरीर असवस्थ हो जाता है जो कि आगे जा कर बांझपन जैसे समस्या तक बन सकता है |

यह कुछ मुख्य कारण थे जिनकी वजह से बांझपन की समस्या किसी को भी आ सकते है |

बांझपन का उपाय:

अगर सारे प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण नहीं हो पता है तो सहायक प्रजनन तकनीक आई. वी. ऍफ़ (IVF). (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) की मदद से संतान प्राप्त कर सकते है | यह तकनीक कई दशकों से लाखो लोगो को प्रजनन से जुडी समस्या में मदद कर रही है | ऐसे बहुत से मामलो में देखा गया है की कई सामाजिक दबाव की वजह से लोग अपनी परेशानी को खुल कर बाहर नहीं आने देते जिसकी वजह से यह और बढ़ जाती है |

बांझपन क्या है जानने के बाद अगर आपको लगता है की आपको ऐसी कोई समस्या है तो बिना समय बर्बाद करे आपको किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए | हमारा यह मानना है कि हर किसी के पास यह जानकारी और संसाधन होनी चाहिए ताकि उन्हें सही निर्णय लेने और परिवार बनाने के अपने सपनों को पूरा कर सके |

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